20232023Announcement
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व्यापारियों की ऐसी समस्याएं जिनका दूर होना जरूरी है
अगली सरकार से समाधान की उम्मीद
कवर्धा जिले मे व्यापार मे आ रही समस्याएं – जिसे सभी व्यापारियों को जानना चाहिए
- “पार्किंग एवं यातायात व्यवस्था” – जिले के बाजारों मे पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है इसलिए बाजारों में अलग अलग स्थान पर पार्किंग की व्यवस्था दी जानी चाहिए |
- “प्रसाधन की व्यवस्था” – जिले के बाजारों के समीप एवं शासकीय व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स के सभी मालों में साफ और स्वकछ प्रसाधन की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे आम जनता विशेषकर महिलाओं को कोई असुविधा ना हो |
- “सुरक्षा व्यवस्था” – जिले के बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी हो और दुकानों मे चोरी, पॉकेट मारी, उठाईगीरी, जैसी घटनाएं ना हो विभिन्न स्थानों मे लगे सी सी टीवी कैमरे के मेंटेनेस की व्यवस्था साथ ही सभी चौक चौराहों पर पुलिस जवानों की 24 घंटे तैनाती की व्यवस्था भी सुनिश्चित होनी चाहिए |
- “विद्युत व्यवस्था” – जिले के सभी बाजारों में उत्तम विद्युत व्यवस्था और बिजली के खंभों की पूरी व्यवस्था की समीक्षा करके इसे दुरुस्त करने की आवश्यकता है |
- “दुकानों की मरम्मत और देखभाल” – जिले के सभी शासकीय व्यावसायिक दुकानों के रंगरोगन, देखभाल और समय समय पर आवश्यक मरम्मत की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए |
- “बहूमंजिले परिसरों मे लिफ्ट की व्यवस्था” – जिले के सभी शासकीय व्यावसायिक परिसर जो बहूमंजिल है उसमें लिफ्ट की व्यवस्था की जानी आवश्यक है , कवर्धा मे एकता चौक व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स में आज पर्यंत लिफ्ट प्रारंभ नहीं हो पाया है, ऊपर मंजिल में कोचिंग सेंटर और अन्य सेवा के कार्य किये जाते है ऐसे मे बुजुर्गों, और दिव्यंगों को वहाँ तक पहुचना मुश्किल हो जाता है |
- “विभागों की निष्क्रियता” – जिले में व्यापारियों के महत्वपूर्ण विभाग जैसे “खाद्य विभाग, श्रम विभाग, गोमस्ता, नगर पालिका, राज्य कर विभाग के द्वारा समय समय पर व्यापारियों के लिए शिविर लगाकर उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाना चाहिए इसके विपरीत विभाग सिर्फ समस्या देने का काम करते है समाधान का नहीं ||
- “शासकीय योजनाओं का लाभ” – जिले के सभी व्यापारियों तक सभी शासकीय योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने और उन योजनाओ से उन्हे लाभान्वित कराने की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए, अभी की स्थिति में अधिकतर व्यापारियों या उद्यमियों को ऐसी कोई जानकारी नहीं मिल पाती है |
- “हॉलेसेल कॉरीडोर”– जिले में सभी प्रकार के व्यापारियों के लिए एक जगह होलसेल कॉरीडोर बनाने की आवश्यकता है जिससे थोक व्यापार मे तेजी भी आएगी और शहर से यातायात का दबाव भी कम होगा जिससे शहर के अंदर रीटेल व्यापार मे बढ़ोतरी होगी
- “औद्योगिक क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की कमी ” – औद्योगिक क्षेत्र में बुनियादी व्यवस्थाओं की कमी है इस वजह से नए उद्योग के लिए जिले के युवा आगे नहीं या पा रहे है अतः औद्योगिक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए |
- “उद्योगों मे जिले के उद्यमियों को प्राथमिकता मिले” – औद्योगिक क्षेत्र में सभी सुविधा के साथ जिले के उद्योग के लिए जिले के उद्यमियों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए |
- “चेम्बर भवन” – जिले की आधी आबादी व्यापार पर प्रत्यक्ष रूप से निर्भर है और व्यापारी समुदाय के पास किसी बैठक और कार्यक्रमों के लिए भवन ही नहीं है ऐसे मे जिला मुख्यालय में शहर से लगा चेम्बर भवन के निर्माण की अत्यंत आवश्यकता है जिसमें आस पास ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले व्यापारी बंधु विश्राम भी कर सके और अपनी शिकायत भी सांझा कर सके |
- “अनावश्यक विभागीय कार्यवाही” – जिले में हो रही कुछ विभागों के द्वारा अनावश्यक और दबावपूर्ण कार्यवाही बंद होनी चाहिए , व्यापारी वर्ग काफी संयमित और व्यावहारिक है और हमेशा से शासन प्रशासन को सहयोग करने वाला है , अनावश्यक कार्यवाही से व्यापारियों में भय का वातावरण निर्मित होता है
- “व्यापारिक कार्यक्रम” – जिले मे व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से व्यापारिक आयोजन होने चाहिए , जिसे ट्रेड एक्सपो , व्यापारी सम्मेलन इत्यादि , अभी तक जिले में व्यापारियों के लिए कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किये गए है |
- “निजी क्षेत्र मे रोजगार” – जिले में लाखों व्यापारी है जिन्हें अपने अलग अलग कामों के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता होती है जिसमें ड्राइवर, सेल्समैन, कंप्यूटर ऑपरेटर, इलेक्ट्रिशियन, पलंबर, ऑफिस बॉय, गाड़ी मेकेनिक इत्यादि जिनकी पूर्ति करने में “रोजगार कार्यालय” विफल है , इस हेतु भी योजना बनाने की आवश्यकता है
- “लाइवलिहुड कॉलेज में जरूरत के कोर्स शामिल करना” – जिले की जरूरत के हिसाब से लाइवलिहुड कॉलेज मे कोर्स सम्मिलित किये जाने की भी आवश्यकता है |
- “बैंक द्वारा योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाता” – प्रधानमंत्री मुद्रा योजना मे लोन देने के लिए अधिकतर बैंक पीछे हो जाते है , साथ ही कोई भी लोन लेना पर्वत की चढ़ाई जैसा कठिन है , छोटे व्यापारियों को उचित ब्याज दर पर सुगमता से लोन मिले इसकी चिंता अति आवश्यक है
- “व्यापारी और प्रशासन के बीच तालमेल” – किसी भी व्यापारिक निर्णय, सुझाव, और समस्या को जानने समझने के लिए व्यापारियों से चर्चा अवश्य की जानी चाहिए ताकि सही योजना पर काम हो सके , इसके लिए समय समय पर प्रशासन व्यापारी संघों की बैठक आयोजित करके समस्याओं, सुझावों पर जानकारी ले सके | विभाग व्यापारियों के साथ मित्रवत व्यवहार रखें ताकि व्यापारी में सरकार के प्रति विश्वास पैदा हो |
- “असफल व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स का पैसा वापस हो” – जिले मे कई ऐसे शासकीय व्यापारिक परिसर है जो अपने बनावट या स्थल की वजह से सफल नहीं हो पाए है और व्यापारियों द्वारा राशि जमा करके उन दुकानों को लिया गया है ऐसे में उक्त स्थानों पर व्यापार कैसे बढ़े इसकी ठोस योजना पर काम किया जाए और यदि व्यापारी उक्त जगह को छोड़ना चाहे तो उसे राशि वापस की जानी चाहिए | ऐसे सभी स्थलों को चिन्हनकित करना चाहिए
- “चौपाटी का निर्माण चौपाटी संचालकों को भरोसे मे लेकर हो” – चौपाटी का निर्माण करने से पूर्व चौपाटी संचालकों को पूरे विश्वास मे लेकर उनकी आवश्यकताओं को पूरी करते हुए किया जाय , किसी भी ट्रेड के कोई भी निर्माण कार्य बाद में इसलिए विफल होते है क्युकी पर्याप्त अनुभवी लोगों के अनुसार काम नहीं किया जाता है |
- “व्यावसायिक मार्गों की मरम्मत और निर्माण” – व्यावसायिक मार्गों की समीक्षा करके उन्हे दुरुस्त करने की आवश्यकता है जैसे कवर्धा में घोटिया रोड, नवीन बाजार रोड ऐसे जिले में सभी मार्गों को चिन्हनकित कर उस पर काम करने की जरूरत है |
- “नवीन बाजार के अंदर” – नवीन बाजार के अंदर परिसर को पूर्ण रूप से सुव्यवस्थित करने हेतु स्थल की समीक्षा करके उन्हे व्यवस्थित करने हेतु ठोस योजना बनाने की आवश्यकता है
- “कवर्धा में नालियों की पुख्ता व्यवस्था” – बरसात के मौसम में कवर्धा के कई इलाकों सहित नवीन बाजार और अन्य कई व्यावसायिक क्षेत्र में नाली का पानी भर जाता है जिसके कारण आम जनता और व्यापारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है , इस हेतु ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है |
- “व्यापारिक दुकानों के सामने अतिक्रमण” – किसी भी व्यापारिक परिसर, कॉम्प्लेक्स या दुकानों के सामने किसी भी प्रकार के ठेले, गुमटी, पसरा ना लगे जिससे की किसी भी प्रकार से व्यापार प्रभावित हो , ठेले गुमटी पसरा हेतु उचित स्थल का चयन कर वहाँ शिफ्ट किया जाए , इससे यातायात सुगम होगा और बेवजह वाद विवाद नहीं होगा |
- “व्यापारियों और कर्मचारियों का बीमा किया जाए” – व्यापारियों और उनके कर्मचारियों के लिए दुर्घटना बीमा की सुविधा मिलनी चाहिए |
- “व्यापारी के साथ हुए अपराध मे त्वरित कार्यवाही हो” – किसी भी व्यापारी के प्रति कोई अपराध जैसे चोरी, साइबर क्राइम, उठाईगीरी जैसी कोई भी घटना हो तो उस पर त्वरित कार्यवाही होनी चाहिए इस हेतु पुलिस प्रशासन पूरा सहयोग करे |
शासन प्रशासन के साथ व्यापारी संघों का सीधा संवाद रहे , कोई भी समस्या का निराकरण जल्दी प्राप्त हो, सुविधाओ मे बढ़ोतरी हो, व्यापार मे तेजी आए